खुश रहना आसान है: प्रो. मधुरिमा

लोगों को तनाव दूर करना और बेहतर जिंदगी बिताना ही हैप्पी थिंकिंग लेब्रोटरी का मकसद है। भारतीय मनोविज्ञान हमें खुश रहने का व्यवहार सिखाता है जहां हम अध्यात्म, मेडिटेशन और योग के जरिये व्यवाहरिक जीवन जीते हैं। यह बातें हैप्पी थिंकिंग लेब्रोटरी की फाउंडर डायरेक्टर प्रो. मधुरिमा प्रधान ने कही।वह गुरुवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी और लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन सोसिएशन की ओर से लेब्रोटरी से हैप्पी थिंकिंग सत्र में खुश रहने के मंत्र दिए। उन्होंने कहा कि हम कहां से नेगेटिव इमोशन, सूचनाएं, नकारात्मक विचार ले रहे हैं।उन सोर्सेज पर काम करने की जरूरत है। हम ऐसे सोर्सेज पर काम कर दिमाग को हैप्पी मूड में कर सकते हैं। उन्होंने कहा अक्सर ऐसे विचार ब्रेन में न्यूरोकलेक्शन बन जाते हैं। जो गलत आदत बनकर गलत व्यवहार के रूप में हम में दिखाई देते हैं। अपने दिमाग को सकारात्मक रूप से विकसित करें। अनहेल्दी हेबिट्स में परिवर्तन लाकर हम जीवन को आगे बढा सकते हैं। भारतीय मनोविज्ञान बेहतर जिंदगी की बात करता हम जहां किसी स्टेज पर अवरूद्ध है वहां से जीवन को बदलाव लाकर आगे बढ़ सकते हैं। हमारे विभिन्नमें विभिन्न यूनिवर्सिटीज केस्टूडेंट्स, शिक्षक और अभिभावक शामिल होते हैं। विभिन्न वर्गों की महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल होते हैं। गुरुवार को आयोजित हुए सत्र में एलयू के अलावा विभिन्न यूनिवर्सिटी के शिक्षक, रिटायर शिक्षक, प्रफेसर और स्टूडेंट्स शामिल हुए।

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