नई शिक्षा नीति के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय ने की यूजी कोर्सेज 4 और पीजी कोर्सेज 3 वर्ष के पाठ्यक्रम को दी मंजूरी |
लखनऊ विश्वविद्यालय के ऐसा मात्र एक शैक्षणिक संस्थान हैं,जिसने पूरे प्रदेश में सबसे पहले नई शिक्षा नीति के तहत यूजी कोर्स 4 तथा पीजी कोर्स 3 वर्ष के पाठ्यक्रम का विश्वविद्यालय ने एजेंडा तैयार किया हैं । जिसमें छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार राय के द्वारा लिया गया निर्णय अत्यंत सराहनीय है|
जिससे नए सत्र में दाखिला लेने वाले छात्र- छात्राओं के भविष्य में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। विश्वविद्यालय ने एक ऐसा उच्च स्तरीय प्लेटफार्म तैयार किया गया हैं, जिसमें सभी छात्र छात्राएं अपने यूजी एवं पीजी कोर्सेज के साथ -साथ छात्र पाठ्यचर्या भी कर सकेंगे । इसके अलावा डिग्री के साथ-साथ विद्यार्थी अगर यह चाहते हैं,कि कोर्सेज के साथ डिप्लोमा सर्टिफिकेट भी दिए जाएं तो ऐसा भी संभव होगा। विश्वविद्यालय ने एक ऐसा ढांचा तैयार किया है|
जिसमें विश्वविद्यालय में नए सत्र 2021 -22 मैं पढ़ने वाले सभी यूजी एवम पीजी के छात्रों के जीवन रोजगार के लिए विभिन्न अवसर खुलेंगेजिसमें विश्वविद्यालय में यूजी एवम पीजी कोर्सेज के अंतिम वर्ष में व्यवहारिक एवं वास्तविक ज्ञान का भी उदय छात्रों में होगा। इसके लिए जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफ़ेसर को दी जायेगी और उन्हीं के द्वारा सिखाया जाएगा।
जिससे कि छात्रों के अंदर सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान का भी विकास होगा इतना ही नहीं बल्कि छात्र अपने कैरियर से संबंधित निर्णय लेने में सशक्त होंगे। यह विश्वविद्यालय की सबसे अनोखी पहल है,जिसका श्रेय विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार राय जी के द्वारा लिया गया यह निर्णय अत्यंत सराहनीय एवं छात्रों के गौरव जीवन शैली के लिए महत्वपूर्ण कदम है
✍️✍️अजीत कुमार