चॉइस फिलिंग करने वाले जल्दी करें, बीएड की अगली काउंसलिंग इस तारीख से होगी शुरू

संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 की राज्य समन्वयक प्रो अमिता बाजपेयी ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 (UP JEE B.ED Counselling 2021) की ऑनलाइन काउन्सिलिंग हेतु रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 17 सितंबर से शुरू हो गई थी।

लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) द्वारा विगत अगस्त माह में आयोजित की गई उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2021-23 की काउन्सिलिंग (UP B.ED Counselling 2021) 17 सितम्बर से शुरू हो गई हैं। यह ऑनलाइन काउन्सिलिंग प्रक्रिया तीन चक्रों मेन काउन्सिलिंग, पूल काउन्सिलिंग एवं सीधे प्रवेश में सम्पन्न करायी जा रही है।
इस संबंध में संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 की राज्य समन्वयक प्रो अमिता बाजपेयी (Prof Amita Bajpai) ने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 (UP JEE B.ED Counselling 2021) की ऑनलाइन काउन्सिलिंग हेतु रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 17 सितंबर से शुरू हो गई थी।’ उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए काउन्सिलिंग हेतु रजिस्टर्ड अभ्यर्थियों द्वारा च्वाइस भरने की प्रक्रिया भी मंगलवार से प्रारम्भ हो गयी है। अब तक प्रथम चरण हेतु 31,800 अभ्यर्थी काउन्सिलिंग के लिये रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जबकि 13,225 अभ्यर्थियों द्वारा च्वाइस लॉक की जा चुकी है।

प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि ’23 सितम्बर,2021 तक रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फिलिंग दोनों की प्रक्रिया जारी रहेगी। रजिस्ट्रेशन 23 सितम्बर, 2021 को समाप्त हो जायेगा, जबकि च्वाइस फिलिंग 24 सितम्बर ,2021 तक कर सकते हैं। च्वाइस फिलिंग 24 सितम्बर, 2021 को समाप्त हो जायेगी तथा 25 सितम्बर,2021 को कॉलेज एलाटमेन्ट किया जायेगा।’
संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 की राज्य समन्वयक प्रो अमिता बाजपेयी ने कहा कि ”अभ्यर्थियों को निर्देश दिया जाता है कि दिनांक 26 सितम्बर , 2021 से 29 सितम्बर, 2021 के मध्य शेष शुल्क ऑनलाइन माध्यम से जमा कर अपना सीट एलाटमेन्ट लेटर प्राप्त कर लें। अगले चरण में 75,001 से 2,00,000 तक की रैंक वाले अभ्यर्थी दिनांक 25 सितम्बर, 2021 से अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। विस्तृत कार्यक्रम व निर्देश विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।”

बता दें कि, बीएड में प्रवेश हेतु सीटों की कुल संख्या 2,35,310 है। इनमें से 7,830 सीटें विश्वविद्यालय,राजकीय, सहायता प्राप्त महाविद्यालयों की हैं। जबकि 2,27,480 सीटें स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों की हैं। वहीं, इसके अतिरिक्त प्रत्येक महाविद्यालय में आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों हेतु 10 प्रतिशत अतिरिक्त सीटें उपलब्ध हैं। ई.डब्ल्यू.एस. की सुविधा सरकारी, अनुदानित, गैर अनुदानित एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में होगी किन्तु अल्पसंख्यक संस्थानों में यह सुविधा नहीं होगी

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