विश्वविद्यालय की आर्थिक समस्या का समाधान खोजना उपलब्धि: कुलपति

लखनऊ विश्वविद्यालय आर्थिक समस्या से न जूझे इसके लिए पहले दिन से काम शुरू किया था। जिसका नतीजा कुछ समय बाद से दिखने लगा। ये कहना है लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय का है। 30 जनवरी को प्रो. आलोक कुमार राय के कुलपति कार्यकाल के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं। कुलपति ने कहा कि शैक्षिक संस्थान में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाना और आर्थिक समस्याओं से संस्थान न जूझे यही सोच थी। केन्द्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से वर्तमान समय में लखनऊ विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष औसतन दो करोड़ रुपए अर्जित कर रहा है। साथ ही जो विद्यालय साथ जुड़े हैं उनके छात्रों को अच्छी शिक्षा मिलने के साथ ही ये कॉलेज विश्वविद्यालय की आय का स्रोत भी बने हैं। जिससे आगे भी विश्वविद्यालय को लाभ मिलता रहेगा। साथ ही वर्षों से लम्बित शिक्षकों के प्रमोशन किए गए। इन दो वर्षों में 111 शिक्षकों के प्रमोशन प्रक्रिया पूरी की गई। कुलपति ने बताया कि विवि के यू-टयूब चैनल, प्रोजेक्ट वर्क एवं अन्य कामों की वजह से लखनऊ विश्वविद्यालय की आय में साठ फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है।

मॉडर्न पाठ्यक्रम से कायाकल्प

कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि विश्वविद्यालय में संचालति समस्त पाठ्यक्रम का कायाकल्प किया गया । ताकि छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा अर्जित हो। पुराने सिलेबस को नए माडर्न सिलेबस के साथ अपडेट किया गया। जिसके पीछे मंशा ये थी कि एलयू के छात्र किसी भी विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके और शिक्षा के परिवर्तन से रू-ब-रू हो सकें।

आज खुलेगा स्टूडेंट लाउंज व छात्र सुविधा केंद्र

लखनऊ विश्वविद्यालय में गुरुवार को बास्केटबाल कोर्ट, छात्र सुविधा केन्द्र, एवं स्टूडेंट लाउण्ज का उद्घाटन किया जाएगा। छात्र सुविधा केन्द्र में छात्रों की सभी समस्याओं का निदान एक ही स्थान पर हो सकेगा। साथ ही पांच ई-रिक्शा संचालन भी गुरुवार से शुरू हो जाएगा। लखनऊ विश्वविद्यालय के चार गेट पर एक-एक रिक्शा मौजूद रहेगा वहीं एक ई-रिक्शा न्यू कैम्पस में रहेगा। यदि किसी छात्र एवं शिक्षक को चलने फिरने में समस्या है तो वह निशुल्क ई-रिक्शे का प्रयोग कर सकेगा।

source: live Hindustan

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