अंतरराष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता मे प्रतिभाग कर विधि छात्र ले रहे कोर्ट रूम का अनुभव
लखनऊ यूनिवर्सिटी के नवीन परिसर स्थित विधि संकाय कि मूट कोर्ट कमेटी द्वारा तीन दिवसीय प्रथम न्यायमूर्ति वीरेंद्र कुमार दीक्षित मेमोरियल अंतरराष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के आयोजन के द्वितीय दिवस संकाय परिसर में प्रिलिमनरी राउंड एवं क्वार्टर फाइनल राउंड का आयोजन कराया गया । प्रातः 8:00 बजे संकाय में देश भर से आई टीमों का आगमन हुआ। नेपाल एवं यूनाइटेड किंगडम से टीमें भी वर्चुअल मोड में प्रतियोगिता का हिस्सा रही । सर्वप्रथम प्रिलिमनरी राउंड दो चरण में आयोजित कराए गए , जिसमें संकाय परिसर में 22 टीमों के लिए 11 कोर्ट रूम तैयार किए गए । प्रत्येक टीम ने पेटीशनर एवं रेस्पोंडेंट दोनों कि भूमिका निभाई । संकाय के डीन प्रोफेसर सीपी सिंह ने बताया की मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं में निर्णायको द्वारा किए गए सवाल जवाब एक अतिआवश्यक भूमिका रखते है । जिस कारण प्रत्येक राउंड में विधि के क्षेत्र में उत्तम लोगों को बतौर निर्णायक न्योता दिया गया है । प्रिलिमनरी राउंड में कुल 22 एवं क्वार्टर फाइनल में कुल 12 निर्णायक मौजूद रहे । निर्णायको द्वारा किए जा रहे सवालो से छात्रों को असली कोर्ट की भांति अनुभव होता है, जिससे वह ना केवल बोलना सीखते हैं बल्कि कोर्ट रूम में माने जाने वाले नियम एवं शिष्टाचार से भी परिचित होते हैं । प्रिलिमनरी राउंड में प्रतिभाग कर रही 22 टीमों में से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 8 टीमों का चयन क्वार्टर फाइनल राउंड के लिए हुआ । क्वार्टर फाइनल राउंड के लिए कुल 4 कोर्ट रूम तैयार किए गए । प्रत्येक टीम ने क्वार्टर फाइनल में एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किया एवं श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली चार टीमों को सेमी फाइनल के लिए चयनित किया गया । विशेष समारोह कर प्रिलिमनरी राउंड एवं क्वार्टर फाइनल राउंड के निर्णायको को सम्मानित किया गया एवं उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए । सेमी फाइनल एवं फाइनल राउंड 27 मार्च को आयोजित किए जाएंगे । फाइनल राउंड में बतौर जज इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के जजेस , न्यायमूर्ति संगीता चंद्रा, न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान, न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी, छात्रों को जज करेंगे साथ ही समापन समारोह में विजयी छात्रों को पुरस्कृत भी करेंगे ।