लखनऊ विश्वविद्यालय : फर्स्ट ईयर के छात्रों पर ही लागू होगी नई शिक्षा नीति
लखनऊ विश्वविद्यालय समेत सम्बद्ध महाविद्यालयों में सत्र 2021-22 के लिए स्नातक प्रवेश प्रक्रिया जारी है। इस सत्र से ही विश्वविद्यालय ने स्नातक स्तर पर भी नई शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) लागू करने की घोषणा कर दी है। इसके बाद से ही छात्र-छात्राओं में असमंसज की स्थिति बन गई थी। खासकर स्नातक कर रहे पुराने छात्र बार-बार कॉलेज प्रबंधन से पूछ रहे थे कि एनईपी में क्या स्नातक में पढ़ने वाले पुराने छात्र भी आएंगे या नहीं। कॉलेज प्रबंधनों के पास एनईपी के कई सवालों के साथ इस सवाल का जवाब भी नहीं था। अब सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को एनईपी से जुड़े स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिससे तय हो गया है कि लखनऊ विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों में एनईपी के तहत ही सत्र 2021-22 में प्रवेश लिए जाएंगे लेकिन एनईपी सिर्फ प्रवेश लेने वाले स्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं पर ही लागू होगी। पूर्व में अध्ययनरत स्नातक छात्र-छात्राओं पर एनईपी का प्रभाव नहीं पड़ेगा
अपलोड होने लगा पाठ्यक्रम: स्नातक स्तर पर एनईपी लागू होने से स्नातक का पाठ्यक्रम भी बदल जाएगा। विश्वविद्यालय में स्नातक के सभी पाठ्यक्रमों को तैयार करना शुरू कर दिया है। पाठ्यक्रम तैयार होते ही उसे विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जा रहा है जिससे छात्र जान सकें कि एनईपी के तहत उन्हें किस सेमेस्टर में क्या पढ़ना होगा।
एनईपी से जुड़े निर्देश महाविद्यालयों को मिले
लखनऊ, रायबरेली, लखीमपुर और हरदोई में 524 महाविद्यालय हैं जिनमें सत्र 2021-22 की प्रवेश प्रक्रिया जारी है। एनईपी के तहत स्नातक पाठ्यक्रम तीन की जगह अब चार वर्ष में पूरा होगा लेकिन छात्रों को सहूलियत दी जाएगी कि वह एक साल, दो साल, तीन साल में कभी मर्जी के अनुसार पढ़ाई छोड़कर डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, डिग्री या चार वर्ष पूर्ण कर बैचलर विद् रिसर्च की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।